प्रभु का नाम जिनके जुबान पर रहता है। प्रभु जिनके साथ हैं। प्रभु की छत्रछाया में जिनका निवास स्थान है। यू.एस.एस.फाउंडेशन आजीवन सदस्य माननीय श्रीमान सूर्यमणि चौबे गुरु जी ( पूर्व भारतीय स्टेट बैंक मैनेजर ) जिन्होंने सदैव प्रभु के गुणगान में अपना जीवन दान किया है। उन्होंने विश्व रूपी भयंकर महामारी में संस्था के साथ मिलकर तमाम जरूरतमंद समाज के लोगों की सेवा किया है। उन्होंने अपना जीवन एक सेवक के रूप में व्यतीत किया है। वह समाज के कार्यों में भी हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने अपने जीवन में अनेक शादियां कराई है। जिसका सारा खर्च स्वयं वहन करते हैं। वह संस्था के साथ मिलकर समाज के उन सभी जरूरतमंद लोगों के साथ खड़े हैं। और वह पूरा तन मन धन से समाज की भलाई के लिए सदैव संस्था से जुड़े हैं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद यू.एस.एस.फाउंडेशन द्वारा संचालित स्वस्थ भारत संस्थान के वरिष्ठ सहयोगी सदस्य डॉक्टर गौरी शंकर दुबे जी इनकी सेवा ही पहचान है। जो किसी भी मरीज को स्वास्थ्य शिविर से निराश नहीं भेजते। जो कैंप के अंतिम समय तक मरीजों की समस्याओं को सुनते रहते हैं। जब तक वह स्वास्थ्य शिविर में बैठे हैं। संस्था ने इनके सहयोग से हजारों मरीजों को रोगों से मुक्त किया है। इस कोरोना काल में भी उन्होंने पूरी लगन के साथ हजारों मरीजों को ठीक किया है। डॉ गौरी शंकर दुबे जी, जिनके चेहरे पर सदैव मुस्कान बनी रहती है। जो सदैव मुस्कुराकर ही मरीजों का हालचाल पूछते हैं। जिनका उद्देश्य ही है। समाज की भलाई, अपने कर्तव्य से कभी जिन्होंने पांव पीछे नहीं खींचा, लॉक डाउन होने के बाद भी अपनी सेवा लगातार फोन कॉल पर देते रहे हैं। जिनपर सदैव प्रभु की छत्रछाया बनी रहती है। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।